हिमाचल प्रदेश की राजधानी की भट्ठाकुफर फल मंडी में गुरुवार को यूनिवर्सल कार्टन में सेब पहुंचा। फल मंडी में पीआरजे ट्रेडर्स 53 नंबर फार्म पर कोटगढ़ के बड़गांव क्षेत्र से समर क्वीन सेब की चार पेटियां पहुंचीं। एक पेटी 600 रुपये में बिकी। अधिकतर बागवानों को यूनिवर्सल कार्टन नहीं मिल रहा है। ऐसे में बागवान अपनी फसल मंडी में बेचने के लिए नहीं ला पा रहे हैं। आढ़तियों का कहना है कि बागवान समय से पहले ही फसल का तुड़ान कर रहे हैं। ऐस में मंडी में सेब की गुणवत्ता सही नहीं है।
गुरुवार को भट्ठाकुफर फल मंडी में करसोग से नाशपती की फसल बेचने आए रतन वर्मा ने बताया कि अभी उनके पास टेलिस्कोपिक कार्टन की करीब 700 से 800 पेटियां बची हुई हैं, जिन्हें उपयोग नहीं कर सकता। यूनिवर्सल कार्टन नहीं मिल रहा है। अभी सरकार ने नाशपती को भी एक दो दिन तक ही पुराने कार्टन में लाने की अनुमति दी है। पीआरजे ट्रेडर्स 53 नंबर फार्म के संचालक अंशुमन ने बताया कि सीजन शुरू होने के बाद पहली बार यूनिवर्सल कार्टन में सेब की फसल पहुंची है। एचपीएमसी के अनुसार 10 जुलाई से पहले सभी सेब विक्रय केंद्रों पर यूनिवर्सल कार्टन पहुंच जाएगा।
भट्ठाकुफर फल मंडी में ब्लैक अंबर प्लम के दामों में गिरावट आई है। एक हफ्ता पहले ब्लैक अंबर प्लम की दो किलो की पैकिंग 150 से 250 रुपये में बिक रही थी। वीरवार को यही दो किलो की पैकिंग 80 से 150 रुपये के हिसाब से बिकी। कुशान ट्रेडर्स केटी 46 नंबर फर्म के संचालक यशवंत शर्मा ने कहा कि बारिश की वजह से ब्लैक अंबर प्लम नाजुक पड़ रहा है। ऐसे में मुंबई और गुजरात सहित अन्य बाहरी राज्यों में इसकी सप्लाई नहीं जा रही है। मौसम खुलते ही इसके दाम सामान्य हो जाएंगे।