एसपी इल्मा अफरोज बद्दी में मां के साथ रहती हैं। एक दिन शाम को वे मां के साथ सैर करने निकलीं तो कुछ प्रवासी बच्चे पानी की तलाश में भटक रहे थे।

पुलिस अधीक्षक बद्दी इल्मा अफरोज झुग्गी-झोंपड़ी में रहने वाली बच्चों को अक्षर ज्ञान दे रहीं हैं ताकि वे गलत रास्ते पर चलकर जिंदगी न बर्बाद कर दे। इसके लिए इन बच्चों को अक्षर ज्ञान के साथ उनके अधिकार और कर्तव्य बताए जा रहे हैं। इल्मा ने करीब डेढ़ महीने पहले बच्चों को पढ़ाना शुरू किया। तब बच्चों की संख्या बहुत कम थी, लेकिन अब यह संख्या 80 हो गई है। एसपी इल्मा अफरोज बद्दी में मां के साथ रहती हैं। एक दिन शाम को वे मां के साथ सैर करने निकलीं तो कुछ प्रवासी बच्चे पानी की तलाश में भटक रहे थे।
उन्होंने बच्चों को ऑफिस से पानी दिया। जब इन बच्चों को उनके स्कूल और पढ़ाई के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इसके चलते उन्हें स्कूल नहीं भेजा गया। इस पर एसपी ने बच्चों से कहा कि अगर वे पढ़ाना चाहते हैं तो वे ड्यूटी के बाद कुछ समय दे सकती हैं। इस पर बच्चे तैयार हो गए। इसके बाद उन्होंने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के हाॅल में ही पढ़ाना शुरू कर दिया। अज्ञानता वंश ये बच्चे भीख मांगने, चोरी कराने, मोबाइल और सोने की चेन छीनने जैसे काम में करते थे। इनमें से तीन चार बच्चों को पुलिस ने पकड़ा भी था।