समेज कस्बे में बुधवार रात आई बाढ़ के बाद बना तबाही का मंजर देख हर आंख नम है। बाढ़ की चपेट में आए लोगों की तलाश में परिजनों के आंसू भी सूख चुके हैं।

हिमाचल प्रदेश के समेज कस्बे में बुधवार रात आई बाढ़ के बाद बना तबाही का मंजर देख हर आंख नम है। बाढ़ की चपेट में आए लोगों की तलाश में परिजनों के आंसू भी सूख चुके हैं। चार दिन के सर्च ऑपरेशन के बाद भी लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। कस्बे में बाढ़ के कारण कई फुट मलबा भर गया है, जबकि खड्ड किनारे बड़े बड़े बोल्डर आ गए हैं। ऐसे में लापता लोगों का कहीं कोई सुराग नहीं मिल पा रहा। सैकड़ो जवानों का रेस्क्यू दल लगातार लापता लोगों की तलाश में जुटा हुआ है। लापता 36 लोगों में सरपारा से संबंध रखने वाले केदारटा कुटुंब के 16 सदस्य भी शामिल हैं।
ये सदस्य बीते कई दशकों से यहां परिवार सहित रहते थे, जबकि मूल रूप से इन सभी का संबंध सरपारा पंचायत के सुघा गांव से है। दशकों पहले वह यहां आए और बागवानी व खेतीबाड़ी करने लगे। परिवार के सदस्य बख्शी केदारटा अन्य रिश्तेदारों के साथ आपदा स्थल पर अपनों की तलाश में डटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी से पूरे क्षेत्र में डर का माहौल है। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों का रात में सोना भी मुश्किल हो गया है