सीएम सुक्खू बोले-तहबाजारियों की समस्या के समाधान के लिए बनेगी मंत्रिमंडलीय उप समिति

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सीएम सुक्खू ने कहा कि उनसे मंत्री और विधायक मिले थे। इस बारे में चर्चा की गई कि बाहर के लोगों ने किस प्रकार हिमाचल प्रदेश में आना है और तहबाजारी के लिए जगह दी जाए।

Himachal assembly: A cabinet sub committee will be formed to solve the problem of Tehbazaris Sukhu

हिमाचल प्रदेश में स्ट्रीट वेंडर्स की समस्याओं का हल निकालने के लिए एक मंत्रिमंडलीय उप समिति बनाई जाएगी। यह जानकारी मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को विधानसभा सदन में दी। हरीश जनारथा ने कहा कि कल के लिए बंद की कॉल है। जनारथा ने कहा कि यह मुद्दा कहीं से कहीं पहुंच गया है। यह सांप्रदायिक हो गया है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। लोगों में डर का माहौल है। माहौल शांत होना चाहिए। कोई भी प्रवासी यहां आए, उसका सत्यापन हो। वेंडिंग जोन बनाए जाएं। इसके बाद ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह अपनी बात कहने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से अनुमति मांगते रहे तो उन्हें अनुमति नहीं देते हुए स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि मंत्री व्यवस्था का प्रश्न नहीं उठा सकते हैं।

इसका उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि जो बात उठाई गई है, उसमें मंत्री हस्तक्षेप करना चाह रहे थे। सीएम सुक्खू ने कहा कि उनसे मंत्री और विधायक मिले थे। इस बारे में चर्चा की गई कि बाहर के लोगों ने किस प्रकार हिमाचल प्रदेश में आना है और तहबाजारी के लिए जगह दी जाए। मुख्यमंत्री ने सदन में एलान किया कि इसके लिए मंत्रिमंडलीय उप समिति बनाई जाएगी, जो इस संबंध में चर्चा करेगी। सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश शांतिप्रिय प्रदेश है। हिमाचल की संस्कृति सबका सम्मान करने की रही है, लेकिन कानून व्यवस्था को खराब नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए सख्त कदम उठाएंगे।
इस पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह मामला गंभीर होता जा रहा है। यह शिमला ही नहीं, पूरे हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था का मुद्दा भी बन सकता है। यहां आने के लिए कोई रोक नहीं है। पर बड़ी तादाद में लोगों का यहां आना और जिनकी पृष्ठभूमि भी पता न हो, उसके बारे में वेरिफिकेशन की जरूरत है। बोलने में भी एहतियात बरतना चाहिए। वर्तमान विषय हिमाचल प्रदेश के एक बड़े वर्ग की भावनाओं से जुड़ गया है। इसे हल्के में न लिया जाए। कमेटी गठित करने की बात केवल समय लेने के लिए की जाती है। जो प्रदर्शन हुआ, उसे किसी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं था, लोग खुद घर से बाहर निकले। जो अनधिकृत निर्माण हिमाचल प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में हुए हैं, उनका मामला अलग है।

ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोई भी भारत का नागरिक आ सकता है और अपनी आजीविका कमा सकता है। कुछ लोग इसे सांप्रदायिक रंग देना चाहते हैं और इस पर राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहते हैं। चाहे कोई भी व्यक्ति आए और काम करे तो उसकी पूरी तरह से वेरिफिकेशन होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने हालांकि इससे पहले जवाब दे दिया है कि कमेटी बनाई जाएगी। कुछ असामाजिक तत्व हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार की छवि को खराब करना चाहते हैं। आज ही इस पर एक्शन लिया जाए। इसमें आज ही पॉलिसी में बदलाव किया जाए, जिससे प्रदेश सरकार के प्रति गंभीरता रहे।

मंत्री अनिरुद्ध के वक्तव्य के बाद मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की स्थिति बहुत सौहार्दपूर्ण रही है। इसे कोई राजनीति रंग देने की जरूरत नहीं है। कानून अपना काम करता है। जो गैर कानूनी होगा, उस पर कार्रवाई करेंगे। आज ही कमेटी बनाने में कोई हर्ज नहीं है। अगर भाजपा के लोग भी कमेटी में आना चाहते हैं तो उन्हें भी ले लिया जाएगा। सरकार की कमेटी बनानी है तो उसमें कोई आपत्ति नहीं है या विधानसभा की कमेटी बनानी है तो उसे भी बनाया जा सकता है।

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