हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के मणिकर्ण घाटी के तोष में रविवार देर रात बादल फट गया। बादल फटने से यहां पर भारी तबाही मची है। बाढ़ में एक पुल बह गया है। घरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। देर रात बादल फटने के बाद यहां पर अफरा तफरी मच गई। लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। फिलहाल तोष का संपर्क कट गया है।
सोलंग घाटी के पलचान से सटे सरेही नाला का जलस्तर फिर बढ़ा गया है। नाले का पानी सड़क से बहने लगा। इस वजह से मनाली-लेह मार्ग यातायात के लिए फिर बंद हो गया है। वहीं पलचान गांव के ग्रामीणों अभी भी सहमे हुए हैं। कुछ दिन पहले बदल फटने की घटना से गांव के तीन मकान बह गए हैं, जबकि पांच मकानों को खतरा पैदा हो गया है। एसडीएम रमण कुमार शर्मा ने बताया कि पानी बढ़ने से मनाली-लेह मार्ग बंद हो गया है।
सोमवार शाम तक हिमाचल में 117 सड़कें और 215 बिजली ट्रांसफार्मर ठप रहे। राजधानी शिमला में हल्के बादल छाए रहने के साथ बूंदाबांदी हुई। धर्मशाला, कांगड़ा और हमीरपुर में भी हल्की बारिश ही हुई। रविवार रात धर्मशाला, देहरा, सोलन, नाहन और शिमला में बादल झमाझम बरसे। प्रदेश में चार अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।
सोमवार शाम तक प्रदेश में 117 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। शिमला जोन में रामपुर में 37, शिमला में 20, सोलन-नाहन और रोहड़ू में एक-एक सड़क बंद रही। मंडी जोन में मंडी में 20, कुल्लू और जोगिंद्रनगर में 7-7, हमीरपुर जोन के तहत धर्मपुर में 8, कांगड़ा जोन में डलहौजी में 9, नूरपुर में 3 और पालमपुर में 1 सड़क बंद रही।