हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा के नतीजों में 25 फीसदी से कम परिणाम देने वाले 116 स्कूलोंं के 250 शिक्षकों को नोटिस जारी हुए हैं। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने प्रशिक्षित स्नातक शिक्षकों (टीजीटी) को 15 दिन में कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए कहा है। विषयवार 25 फीसदी से कम परीक्षा परिणाम देने वाले इन शिक्षकों को इस बार वार्षिक इंक्रीमेंट नहीं मिलेगी। शिक्षकों की एसीआर में भी इसकी एंट्री की जाएगी। इसके अलावा चेतावनी पत्र भी जारी होंगे। कुल 116 स्कूलों में 30 स्कूल ऐसे भी हैं, जहां परीक्षा परिणाम शून्य रहा है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने बताया कि कम परिणाम देने वाले शिक्षकों से जवाबतलबी शुरू की गई है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 25 फीसदी से कम परीक्षा परिणाम देने वाले 116 स्कूलों के 250 टीजीटी को कारण बताओ नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कुछ शिक्षकों को नोटिस दे दिए गए हैं, कुछ को नोटिस भेजने की प्रक्रिया जारी है। बीते दिनों शिक्षा निदेशालय ने स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला से दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम की पूरी डिटेल ली गई थी। इस रिपोर्ट के आधार पर अब कार्रवाई शुरू की गई है। रिपोर्ट में पाया गया कि कुछ स्कूल ऐसे भी हैं जहां शिक्षकों की संख्या पर्याप्त होने के बाद भी परीक्षा परिणाम कम रहा है। ऐसे स्कूलों की संख्या अधिक है जहां शिक्षकों की कमी रही।
उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि बारहवीं कक्षा के परीक्षा परिणामों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जल्द ही इस कक्षा में भी कम वार्षिक परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षकों को नोटिस जारी किए जाएंगे।