कांग्रेस ने हमीरपुर से बनाया मुख्यमंत्री, जिले के लालची विधायकों को नहीं आया रास’

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हमीरपुर सदर से विधानसभा उपचुनाव के कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा के प्रचार के लिए दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बुधवार को बल्ह से प्रचार अभियान शुरू किया। बलोह, नाहलवीं और धरोग आदि जगहों पर मुख्यमंत्री ने जहां विपक्ष में बैठी भाजपा पर कई सियासी हमले किए वहीं, हमीरपुर सदर से बीजेपी के प्रत्याशी आशीष शर्मा पर भी नुक्कड़ सभाओं में कई आरोप जड़े।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के समय भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने कांग्रेस सरकार के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया और केंद्र से आर्थिक सहायता लेने के आग्रह पर भी उन्होंने साथ देने से साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आपदा के समय में 22 हजार लोग सड़कों पर आ गए, लेकिन केंद्र की तरफ से कोई सहायता नहीं आई। आपदा प्रभावित लोगों को बसाने के लिए कानून बदलकर आर्थिक सहायता डेढ़ लाख से बढ़ाकर सात लाख कर दी

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हमीरपुर के निर्दलीय पूर्व विधायक आशीष शर्मा विधायक रहते मुझसे टेंडर मांगते रहे और लोगों से कहा कि मुख्यमंत्री काम नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि प्रो. प्रेम कुमार धूमल दो बार मुख्यमंत्री रहे, तीसरी बार भी वह घोषित मुख्यमंत्री थे, लेकिन राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें हराया गया। कांग्रेस हाईकमान ने 75 साल में पहली बार निचले हिमाचल से मुख्यमंत्री बनाया वह भी हमीरपुर से, लेकिन सत्ता के लालची जिला के तीन पूर्व विधायकों को यह रास नहीं आया।

 

‘आशीष शर्मा ने इस्तीफा देने का रचा ड्रामा’
इस अवसर पर कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. पुष्पेंदर वर्मा ने कहा कि पूर्व निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा विधायक पद से इस्तीफा देकर फिर विधायक का चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने इस्तीफा देने का ड्रामा रचा है। इस दौरान तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, विधायक सुरेश कुमार, एआईसीसी पर्यवेक्षक राकेश मिश्रा, राजकुमार, इत्यादि मौजूद रहे।

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